जहिया सँ गेलौं अहाँ नहिरा
अहाँ बिनु भेलौं हम बहिरा
अहाँ बिनु भेलौं हम बहिरा
भोरे नञि आब आँखी खुजईया
मऽनक बात नञि कियौ बुझईया
मऽनक बात नञि कियौ बुझईया
सबसँ मोश्किल साननाई आँटा
हँ आबईया हमरा काटनाई भाँटा
हँ आबईया हमरा काटनाई भाँटा
जीनगीक माला के अहीं छि हिरा
अहाँ बिनु भेलौं हम बहिरा
अहाँ बिनु भेलौं हम बहिरा
लोहिया में तरकारी कोना बनाबी
तसलीक भात कोना पसाबी
तसलीक भात कोना पसाबी
मोटका रोटी आब नञि ससरईया
रोटी संग संग हाथो जरईया
रोटी संग संग हाथो जरईया
कोन डिब्बा में हरैद आ कोन में जिरा
अहाँ बिनु हम भेलौं बहिरा
अहाँ बिनु हम भेलौं बहिरा
बहुते साँझ उपासे बितईया
पाव खाईत खाईत आत्मा कनईया
पाव खाईत खाईत आत्मा कनईया
चलि आबु आगा सहल नञि जायत
कि कि बितईया से कहल नञि जायत
कि कि बितईया से कहल नञि जायत
अहाँ के हम कहियो नञि दुसऽब
जे बनायब भईर पेट ठूसऽब
जे बनायब भईर पेट ठूसऽब
अहीं छि करिना अहीं सकिरा
अहाँ बिनु हम भेलौं बहिरा
अहाँ बिनु हम भेलौं बहिरा
:: अनुप सत्यनारायण झा ::
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